सोमवार, 14 सितंबर 2020

माँ/माँ

डाॅक्टर अपन मरीज सं कहलखिन्ह - जानकी,  चूंकि अहां  पहिल बेर मां बनलौंह अछि तैं हम अहां के एकटा जरूरी सलाह द दैत छी । ध्यान राखब जे बच्चा के अगिला छः मास धरि मात्र अपने दूध पियेबै।  मां के दूध बच्चाक लेल अमृत होइत छैक।  छः मासक उपरान्त अपन दूधक संग किछु बाहरो के पदार्थ द सकै छी। 
ई कहैत डाॅक्टर बाहर निकलि गेलाह ।
जानकीक मां सेहो ओहिठाम रहथिन्ह।  डाॅक्टर के  गेलाक उपरान्त ओ अपन झोरा स दूधक बोतल निकालि बेटी दिश बढ़बैत अपन उपदेश देलखिन्ह :'बेटी अहां पहिनेहें बड्ड कमजोर भ' गेल छी ताहि द्वारे बच्चा के अपन दूध नञि पियायब । गायक दूध सेहो बड्ड गुणकारी होई छैक । डाॅक्टर सब त अहिना कहै छै , ओकरा सबके किछु लगै छै । हमरा अहांक शरीरक चिन्ता अछि तैं एकरा गायक दूध दियौ।'
मायक सलाह मानैत जानकी अपन बच्चा के मुंह मे बोतल लगा देलखिन्ह ।

©प्रकाश कुमार झा 
भागलपुर 
9431874022

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