Vidyapati Mandir
शुक्रवार, 21 सितंबर 2018
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मिथिला महिमा
मिथिला देश निवासी छी हम मैथिली हमर भाषा सातो जनम अही ठाम हो इएह हमर अभिलाषा मिथिला देश ........ जानकी, विद्यापति, सलहेस सन-सन अपन धरोहरि ज...
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मैया एलौं कोना इ कोरोना काल मे बझल अछि दुनियां कोन जंजाल मे ना केहेन समय छै ने कहियो देखल एहेन दुर्दिन ने आई धरि सोचल देखू कोन...
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यह रचना सन् २००० में ही लिखी गई थी । उस समय मोबाईल हमारे हाथों में नहीं आया था । लैंडलाइन फोन हुआ करता था वह भी किसी-किसी घर में ....... टेल...
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अपने देशक वासी आई प्रवासी बनल अछि अपने गामक लोक के आई परदेशी कहल अछि प्रश्न केनिहार स्वयं अंग्रेजी बजैत विदेशी बनल अछि मुदा ओकरे नहिं मानल अ...